भारत के सीधे हाथ के बल्लेबाज़ केएल राहुल फैस के साथ-साथ क्रिकेट विशेषज्ञों के बीच लगातार चर्चा का विषय बने हुए हैं। बल्ले के साथ उनके लगातार खराब प्रदर्शन ने उन्हें आलोचकों का पसंदीदा टारगेट बना दिया है। इसी बीच भारत के पूर्व तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद ने उन पर गंभीर सवाल उठाए हैं। लेकिन टीम मैनेजमेंट अभी भी केएल राहुल का समर्थन कर रही है।
प्रसाद ने सोमवार को राहुल के ‘विदेशी सरज़मी पर प्रदर्शन’ को लेकर सवाल उठाया कि भारत के बाहर 56 पारियों में राहुल का औसत केवल 30 का है। हालांकि, भारत के एक अन्य पूर्व बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने प्रसाद के दावों से साफ इंकार किया|
वेंकटेश प्रसाद ने अपनी पोस्ट में लिखा कि ” केएल राहुल का विदेशी टेस्ट रिकॉर्ड शानदार है। लेकिन आंकड़े कुछ और ही कहते हैं। विदेशों में उनका 56 पारियों में 30 का टेस्ट औसत है। राहुल ने 6 विदेशी शतक लगाए हैं, लेकिन इसके बाद लगातार पारी में कम स्कोर बनाए हैं, इसलिए औसत 30 का है वरना उनका औसत इससे भी कम होता। इतना ही नहीं प्रसाद ने राहुल के आंकड़ों की तस्वीर भी इसके साथ साझा की।
वहीं मंगलवार को, चोपड़ा ने पलटवार करते हुए कहा कि ये शतक राहुल ने SENA देशों में बनाये है जिसके चलते उन्हें टीम मैनेजमेंट का समर्थन मिल रहा है। चोपड़ा के अनुसार राहुल में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। वह जल्द ही बेहतरीन वापसी करेंगे।
आकाश चोपड़ा ने सोशल मीडिया पर SENA देशों में राहुल के आंकड़े साझा करते हुए कहा कि “SENA देशों में भारतीय बल्लेबाजो का प्रदर्शन ज्यादा अच्छा नहीं है। शायद, यही कारण है कि चयनकर्ता/कोच/कप्तान केएल राहुल का समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने इस अवधि के दौरान घर पर 2 टेस्ट खेले हैं (वर्तमान बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी को मिलाकर).”
नई दिल्ली में दूसरे टेस्ट की समाप्ति के बाद, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने एक प्रेस रीलीज़ जारी की जिसमें राहुल के नाम के आगे से ‘उप-कप्तान’ हटा दिया गया है. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सीरीज़ की तीसरा टेस्ट मैच 1 से 5 मार्च तक इंदौर में खेला जाएगा.