‘क्रिकेट के भगवान’ माने जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने आज के दिन 13 साल पहले वनडे इतिहास में कीर्तिमान बनाते हुए नए कल्चर की शुरुआत की थी। सचिन तेंदुलकर दुनिया के पहले बल्लेबाज बने थे, जिन्होंने वनडे में दोहरा शतक जमाया था। मास्टर ब्लास्टर ने ग्वालियर के कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम में दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाते हुए यह रिकॉर्ड बनाया था।
नए कल्चर की शुरुआत इसलिए कह रहे हैं क्योंकि सचिन तेंदुलकर से पहले किसी पुरुष क्रिकेटर ने वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक नहीं जमाया था। बहरहाल, मैच की बात करें तो भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था। सचिन तेंदुलकर ने पारी के 50वें ओवर की तीसरी गेंद पर प्वाइंट की दिशा में शॉट खेलकर सिंगल लिया और क्रिकेट जगत में नया अध्याय लिखा। जैसे ही मास्टर ब्लास्टर ने दोहरा शतक पूरा किया तो रवि शास्त्री द्वारा कमेंट्री में कहे गए शब्द लोगों के दिलों-दिमाग में बस गए।
रवि शास्त्री ने कहा, ‘200 तक पहुंचने वाले पहले आदमी और यह भारत के सुपरमैन हैं। सचिन तेंदुलकर ने 147 गेंदों में 200 रन बनाए। प्रणाम स्वीकार करें मास्टर।’ सचिन तेंदुलकर से पहले दुनिया का कोई पुरुष क्रिकेटर वनडे में दोहरा शतक नहीं जमा सका था। हालांकि, 1997 में महिला विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया की बेलिंडा क्लार्क ने दोहरा शतक जड़ा था। वो वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक जमाने वाली पहली क्रिकेटर बनीं।
सचिन तेंदुलकर ने ऐतिहासिक पारी के दौरान 25 चौके और तीन छक्के जमाए थे। तेंदुलकर की पारी की मदद से भारत ने 401/3 का विशाल स्कोर बनाया। जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम 248 रन पर ऑलआउट हुई। स्टेडियम में मौजूद करीब 30,000 दर्शक सचिन तेंदुलकर की पारी के साक्षी बने थे। तेंदुलकर ने अपनी पारी भारत की जनता को समर्पित की थी। इससे पहले सचिन तेंदुलकर का वनडे में सर्वश्रेष्ठ स्कोर 186* रन था, जो उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ हैदराबाद में बनाए थे।
सचिन तेंदुलकर ने मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड लेने के बाद पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन सेरेमनी में कहा, ‘मैं अपना यह दोहरा शतक भारत के लोगों को समर्पित करना चाहता हूं, जो मेरे साथ पिछले 20 सालों से खड़े रहे। मेरे करियर में कई उतार-चढ़ाव आए, लेकिन उन्होंने हमेशा मेरा समर्थन किया।’ सचिन तेंदुलकर की पारी के कारण एक खेल वेबसाइट का सर्वर क्रैश हो गया था। इससे पता चलता है कि तेंदुलकर की पारी फैंस के नजरिये से कितनी खास थी।